सिद्ध प्रोस्टेट कायाकल्प योग : अंडकोष पढ़ने या प्रोस्टेट ग्रंथि के बढ़ने पर पेशाब संबंधी

सिद्ध प्रोस्टेट कायाकल्प योग


अंडकोष पढ़ने या प्रोस्टेट ग्रंथि के बढ़ने पर पेशाब संबंधी

सिद्ध प्रोस्टेट कायाकल्प योग

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प्रोस्टेट कायाकल्प योग कचनार, गोखरू, पुनर्नवा औऱ 21 और अदभुत जड़ी बूटियां से तैयार होती है।



कचनार चुर्ण  100 ग्राम

गोखरू     100 ग्राम

पुनर्नवा   100 ग्राम

स्वर्ण माक्षिक भस्म 10ग्राम

शिलाजीत 10 ग्राम

सतावरी  50 ग्राम

करंग 20 ग्राम

वरुण 20 ग्राम

कुल्थी 50ग्राम

चंदन 10 ग्राम

कबाबचीनी 10 ग्राम


अगर आप को प्रोस्टेट की समस्या है तो नीचे लिखा योग इस्तेमाल करे।


1 सिद्ध प्रोस्टेट कायाकल्प चूर्ण: 1 चम्मच

2. पुनर्नवा  मंडूर गोली: 2 गोली

3.चंद्रप्रभा वटी: 2गोली

यह एक समय की खुराक है। सुबह शाम खाने से 30 मिनट बाद सेवन करे।


      

     परहेज और आहार


*लेने योग्य आहार : सेसिम के बीज    (जिंक),टमाटर,एवोकेडो,सब्जियाँ,अंडे दूध,सोया मछली,पनीर,चिकन *


इनसे परहेज करे: शराब पानी (मात्रा घटा दें) रेड मीट वसा युक्त आहार, चाय और कॉफ़ी, कार्बन युक्त पेय ,यदि साथ में पथरी भी हो, तो इनसे परहेज करे 


*फल-बेरियाँ, अंजीर, आलूबुखारा,सब्जियाँ-पालक, हरी फलियाँ*


मेवे और गिरी-बादाम, काजू, और मूंगफली दाने

दालें-सोयाबीन, टोफू और अन्य सोया उत्पाद

अन्य-कोको, चॉकलेट, और काली चाय।


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प्रोस्टेट कायाकल्प योग कचनार, गोखरू, पुनर्नवा औऱ 21 और अदभुत जड़ी बूटियां से तैयार होती है।


3 महीने इसका कोर्स होता है मरीज बिल्कुल ठीक हो जाता है।* नोट-: एलोपैथी दवा ठीक नही करतीचाहे आप 5 साल दवा कर ले।


प्रोस्‍टेट ग्रंथि को पौरुष ग्रंथि भी कहा जाता है, यदि यह बढ़ जाये तो कई प्रकार की सेक्‍स समस्‍यायें शुरू हो जाती हैं।


 यह एक अखरोट के आकार के बराबर होता है और यह मूत्राशय की ग्रीवा के नीचे मूत्राशय के निकास (मूत्रमार्ग) के इर्द-गिर्द मौजूद होता है। प्रोस्टेट एक दूधिया तरल पदार्थ बनाता है, जो वीर्य का एक अंश होता है और शुक्राणुओं के लिए भोजन के रूप में काम करता है। पुरुषों की उम्र बढ़ने के साथ-साथ प्रोस्टेट ग्रंथि का आकार बढ़ता जाता है।



पुरुषों की उम्र बढ़ने के साथ-साथ प्रोस्टेट ग्रंथि का आकार बढ़ता जाता है। यह कई वर्षों की अवधि के दौरान होता है और कुछ पुरुषों के लिए यह मूत्राशय की समस्याएँ पैदा कर सकता है।


मूत्राशय पर खराब नियंत्रण अन्य स्वास्थ्य संबंधी कारणों की वजह से भी हो सकता है। मूत्राशय के खराब नियंत्रण से ग्रस्त पुरुष इस समस्या से परेशान और शर्मिंदा हो सकते हैं। यदि आपकी मूत्राशय नियंत्रण क्षमता में कोई परिवर्तन होता है, या आप अपनी प्रोस्टेट ग्रंथि के बारे में चिंतित हैं, तो सिद्ध प्रोस्टेट कायाकल्प योग आप इस्तेमाल करे।


कुछ जड़ी बूटी बारे जानकारी जो प्रोस्टेट को ठीक करती है-:


प्रोस्टेट ग्रंथि के बढ़ने व पेशाब संबंधी परेशानियों में आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां फायदेमंद हो सकती हैं


प्रोस्टेट ग्रंथि के बढ़ने व पेशाब संबंधी परेशानियों में आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां फायदेमंद हो सकती हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।


कचनार :

यह प्रोस्टेट सहित शरीर में होने वाली सभी प्रकार की गांठों की सूजन और दर्द को दूर करने में उपयोगी है। कचनार की छाल का चूर्ण आधे से एक चम्मच की मात्रा में या इसकी छाल का काढ़ा 50-50 मिलिलीटर की मात्रा में सुबह-शाम लें।


पुनर्नवा :

शरीर में रक्त की वृद्धि करके व रसायन (टॉनिक) गुणों के कारण यह शरीर का नव निर्माण करती है इसलिए इसे पुनर्नवा कहते हैं। प्रोस्टेट, मूत्र प्रणाली व शरीर की सूजन को दूर करने में यह जड़ी-बूटी काफी उपयोगी है।


गोखरू :

यह प्रोस्टेट और मूत्र मार्ग के संक्रमण को दूर करने में लाभकारी है। इससे पेशाब खुलकर आता है। यह मूत्राशय की पथरी को टुकड़े-टुकड़े कर पेशाब के रास्ते से बाहर निकाल देता है। गोखरू का काढ़ा 50-50 मिलिलीटर की मात्रा में या 3-6 ग्राम चूर्ण की मात्रा को सुबह-शाम पानी से लें।


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