मूत्र मार्ग संक्रमण और प्रोस्टेट इंफेक्शनकी आयुर्वेदिक दवा और इलाज

मूत्र मार्ग संक्रमण और प्रोस्टेट इंफेक्शन
की आयुर्वेदिक दवा और इलाज

सिद्ध एलादि योग

⏩ छोटी इलायची:60 ग्राम
⏩ तेजपात : 60 ग्राम
⏩ दालचीनी: 60 ग्राम  
⏩ पीपल 2 ग्राम
⏩ मिश्री100 ग्राम
⏩ मुलेठी 100 ग्राम
⏩ पिण्ड खजूर 100 ग्राम
⏩ मुनक्क  50 ग्राम

सभी अयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का चुर्ण बनाए।

⏩ सेवन विधि: आधा चमच्च चुर्ण : 1 गोली चंद्रप्रभा : 1 गोली गोक्षुरा गूगल (यह एक समय की खुराक है) दिन में 3 बार  खाने से 30 मिनट बादताजे पानी से सेवन करे।


▶️ दवा लेते आहार में कुछ बदलाव करे
जैसे कि पुराने चावल, तक्र (छाछ), ठंडे पानी का सेवन एवं शराब, अदरक और सरसों बीज  का सेवन न करे।
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ध्यान दे यह रोग क्या है??

मूत्र मार्ग संक्रमण रोग लाखों लोगों को प्रभावित करने वाला सबसे सामान्‍य बैक्‍टीरियल संक्रमणों में से एक है।

मूत्र मार्ग में अनेक रोगजनक सूक्ष्‍मजीवों के पनपने के कारण ये इंफेक्‍शन होता है और इसका असर उन अंगों के सामान्‍य कार्य पर पड़ता है जो शरीर से पेशाब को बाहर निकालने में मदद करते हैं।

जैसे कि मूत्रमार्ग, किडनी, मूत्राशय और मूत्रवाहिनी। यूटीआई की समस्‍या पुरुषों से ज्‍यादा महिलाओं में देखी जाती है।

आयुर्वेद के अनुसार यूटीआई के संकेत और संक्रमण मूत्रकृच्छ (पेशाब करने में दिक्‍कत) से काफी मिलते-जुलते हैं।
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लक्षण क्या है??

👉 बून्द बून्द बार-बार पेशाब आना और पेशाब में जलन एवं दर्द महसूस होना शामिल है।

सिद्ध एलादि योग के फायदे
👉 यह दवा मूत्रल Diuretic है।
👉 यह पित्त दोष को संतुलित करती है।
👉 यह कफ-वात दोष को संतुलित करती है।
👉 यह शरीर को ठंडक cooling देती है।
👉 इसके सेवन से पेशाब सम्बन्धी रोग urinary disorders दूर होते हैं।
👉 यह ज्यादा पित्त के कारण होने वाली उल्टी में राहत देती है।
👉 ऐसी उल्टी जिसमें पेट में पानी भी नहीं टहरता, में यह दवा उपयोगी है।
👉 यह पेशाब को एल्कलाइन alkaline करती है।
यह पेशाब की जलन burning micturition को दूर करती है।
👉 यह फ्लू और ब्रोंकाइटिस में उपयोगी है।

सिद्ध अयुर्वेदिक आश्रम सिरहिन्द
Whats 94178 62263

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