सिद्ध चतुर्बीज योग - वात और कफ़ रोगों में कारगर-अजीर्ण या अपच , पेटदर्द , पसलियों में दर्द ,आफरा , गैस तथा कमर दर्द, थाइरायड, कोलेस्ट्रॉल, खून की अशुद्धि , मोटापा के लिए बहुत अधिक लाभदायक है l




    चतुर्बीज - वात और कफ़ रोगों में कारगर

आचार्य भावप्रकाश ने चार प्रकार के बीजों को चतुर्बीज में शामिल किया है तथा इस मिश्रण के निम्नलिखित गुणकर्म बताये हैं l

कफ़ और वातरोग के लिए -चतुर्बीज
मेथी – Trigonella foenum 
चन्द्र शूर – Lepidium sativum 
यवानी – Trachyspermum ammi
कलुंजी या कालाजाजी – Nigella sativa


मेथी , चंद्रसूर, कलुंजी, और अजवायन  इन चारों को बराबर मात्रा में मिलकर पाउडर या चूर्ण बनालें l

यह चूर्ण अजीर्ण या अपच  , पेटदर्द , पसलियों में दर्द ,आफरा , गैस तथा कमर दर्द, थाइरायड, कोलेस्ट्रॉल, खून की अशुद्धि , मोटापा के लिए बहुत  अधिक लाभदायक है l

यह चूर्ण 3 gm या एक छोटी चमच गर्म पानी के साथ रोज दिन में दो बार लेना चाहिए l

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