सिद्ध गर्भधारण कल्पचुर्ण


          

                                         फायदे-

अंडे का न बनना, गर्भावस्था कमजोरी, गर्भ नली का बंद होना, लकोरिया, गर्भाशय कमजोरी , अंतुसलन हार्मोन, गर्भाशय का छोटापन आदि

सिद्ध गर्भधारण कल्पचुर्ण का नुस्खा

पुत्रजीवक          100 ग्राम
शिवलिंगी बीज    100 ग्राम
गजकेसर की जड़  50 ग्राम
पीपल की दाढ़ी      50 ग्राम
ब्रह्मिबुटी               50 ग्राम
तुलसी के बीज       50 ग्राम
गोरखमुण्डी।          50 ग्राम
काकोली का बीज   20 ग्राम
नागकेसर              20 ग्राम
मिश्री                   100 ग्राम

इसकी 5 ग्राम मात्रा को सुबह के समय बछडे़ वाली गाय के 250 मिलीलीटर  दूध से मासिक-धर्म खत्म होने के बाद लगभग 20 दिन तक करना चाहिए।
इसके सेवन से स्त्रियां गर्भधारण के पक्के तौर योग्य बन जाती हैं।

       *गऊ के दूध और दही का खूब सेवन करे।*
             परहेज -गर्म ओर खट्टी वस्तु न ले। 
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नोट
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अगर आप online मंगवाते है तो हम आप को 2 दवाएं का पैक देगे।

       जिस से बहुत फायदा होता है।
     दोनों चूर्ण कब औऱ कैसे उपयोग करे

             सिद्ध कायाकल्प चूर्ण
कायाकल्प चूर्ण कैसे और कब उपयोग करे-
मासिक धर्म से 15 दिन पहले कायाकल्प चूर्ण सुबह खाली पेट औऱ रात को सोते समय गर्म पानी से इस्तेमाल करे।
कायाकल्प चूर्ण क्यों इस्तेमाल करे-
कायाकल्प चूर्ण मासिक धर्म की हर समस्या सही करेगा।
जैसे :- बंद ट्यूब, गर्भाशय की सफाई, कमजोरी औऱ गर्भशय की गांठ आदि को ठीक करेगे।
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     गर्भधारण कल्पचुर्ण कैसे उपयोग करे

मासिक धर्म बंद होने के 1 दिन बाद कोसे गर्म दूध से सुबह खाने के 30 मिनट बाद और रात को भी ऐसे ही उपयोग करे।

ध्यान रहे :-खाने में  दही का उपयोग जरूर करे।
कोई भी गर्म वस्तु इन दिनों उपयोग न करे।
           *खुद बनाएं या online मंगवाए
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1 टिप्पणियाँ

Unknown ने कहा…
बहुत सुंदर नुस्खा